कादियां : (सलाम तारी) भारत विकास परिषद शाखा कादियां ने सांस्कृतिक सप्ताह के अंतर्गत आज भाविप अध्यक्ष मुकेश वर्मा के नेतृत्व में वेद कौर आर्य गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल कादियां में प्रिंसिपल ममता डोगरा के सहयोग से “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान के अन्तर्गत गीत कविता तथा भाषण मुकाबले करवाए गए । इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों जिनमें सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल कादियां, क्लास वाला खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल, वेद कौर आर्य गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी कादियां, डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दयानंद एंग्लो वैदिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल, एस एस बाजवा मेमोरियल पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने भाग लिया । प्रथम 3 स्थानों पर आने वाले छात्रों में मनप्रीत कौर वेदकौर आर्य गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जसबीर कौर डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कादियां , नवदीप कौर सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल कादियां क्रमशा गीत कविता तथा भाषण मुक़ाबलों में प्रथम रहे । जिनको एस एच ओ सुखराज सिंह द्वारा पुरस्कार भेंट किए गए । इस अवसर पर संबोधन करते हुए उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा के लिए जहां सरकार प्रयासरत है वहीं समाज को भी इस नेक कार्य में बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए ताकि हम अपने समाज की बेटियों को साक्षर कर अपने पैरों पर खड़े होने के योग्य बना सकें,ताकि समाज में फैली दहेज प्रथा भ्रूण हत्या जैसी बुराइयों को जड़ से ख़त्म किया जा सके। उन्होंने कहा पिछले समय में जिस प्रकार लोगों ने भ्रूण हत्या पर ज़ोर दिया उससे आज हालात ऐसे पैदा हो गए हैं कि समाज में लड़कियों की औसत प्रतिशतता कम हो चुकी है ।
|भारत विश्व में ऐसा अकेला बड़ा देश है जहाँ शिशुओं में लड़कियों की मृत्युदर लड़कों से ज्यादा है | बच्चों के जीवित बचने में लैंगिक अंतराल वर्तमान में 11 प्रतिशत है । लड़कों की तुलना में लड़कियों के अस्पतालों में कम भर्ती होने के आंकड़ों से समुदाय के दृष्टिकोण का पता चलता है कि कभी-कभी माता-पिता नवजात लड़कियों पर कम ध्यान देते हैं | केवल 2017 में एस एन सी यू में लड़कों की तुलना में 150,000 कम लड़कियां भर्ती हुई थीं | इस अवसर पर भारत विकास परिषद के अध्यक्ष मुकेश वर्मा ने कहा कि भारत में पांच वर्ष से कम आयु में मृत्युदर लड़कों की तुलना में लड़कियों में 8.3 प्रतिशत अधिक है | वैश्विक स्तर पर यह लड़कों में 14 प्रतिशत अधिक है (स्रोत: UNIGME चाइल्ड सर्वाइवल रिपोर्ट 2019)भारत सरकार का शिक्षा का अधिकार अधिनियम की स्कूल न जाने वाले 6 से 14 वर्ष की आयु वाले बच्चों की संख्या में कमी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जो कि 2006 में 1.346 करोड़ से घटकर 2014 में 60 लाख रह गया। जोकि अब लगभग ख़त्म हो चुका । प्रतियोगिता के अंत में मुख्य अतिथि एस एच ओ सुखराज सिंह का भारत विकास परिषद की ओर से सम्मान किया गया ।
इस अवसर पर एंटी ड्रग्स अवेयरनेस कन्वीनर अश्विनी वर्मा , पवन कुमार वित सचिव, विश्व गौरव उपप्रधान ,ममता डोगरा ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी ,संजीत पाल सिंह संधू ,जसबीर सिंह समरा महासचिव तथा अमृतपाल सिंह आदि उपस्थित थे ।
फोटो नंबर 1 में एस एच ओ सुखराज सिंह को सम्मानित करते हुए भाविप अध्यक्ष मुकेश वर्मा प्रिंसिपल ममता डोगरा व अन्य
फोटो नंबर 2 में विद्यार्थियों को महिला सशक्तिकरण के बारे में बताते हुए अध्यक्ष मुकेश वर्मा
फोटो नंबर 3 में स्किट पेश करते हुए विद्यार्थी