कादियां
श्री कौशल नंदन रामलीला कमेटी की ओर से नगर कौंसल के मैदान में किए जा रहे रामलीला मंचन की 9वीं संध्या में कलाकारों ने सीता हरण प्रसंग का मंचन किया। इसमें पंचवटी के पास घूम रहे विचित्र स्वर्ण रंग के मृग को पकड़ने के लिए श्रीराम चंद्र निकलते हैं तो देर तक वापिस न आने से सीता चिंतित होकर लक्ष्मण को अपने पति श्रीराम चंद्र की सहायता के लिए उनके पीछे जाने को मजबूर करती है।जिसपर लक्ष्मण पंचवटी के आगे लक्ष्मण रेखा खींचकर उनको यह रेखा पार न करने को कहकर वहां से भाई श्रीराम चंद्र की सहायता के लिए प्रस्थान कर जाता है। वहीं अपने रचे षड्यंत्र के अनुसार रावण साधु का रूप धारण करके सीता से भिक्षा मांगने आता है और रावण लक्ष्मण रेखा को पार न कर सकने पर सीता को लक्ष्मण रेखा से बाहर आकर ही भिक्षा देने पर मजबूर कर देता है। जैसे ही सीता लक्ष्मण रेखा का उल्लंघन करके बाहर आती है तो रावण उसको उठाकर पंचवटी से प्रस्थान कर जाता है। रास्ते में चिल्लाती सीता की आवाज सुनकर जटायु से रावण से लड़ाई करके छुड़ाने की कोशिश करता है लेकिन रावण उसका वध कर देता है।